बांध के रखी हैं जो तुमने उड़ने की आजादियाँ,
उन उड़ानों को न जाने कितने आसमान ढूँढ़ते हैं
वही बातें जो अब तक मैं तुमसे करता था
वही लफ्ज़ तेरी बोली तेरा गुमान ढूँढ़ते हैं
वही चोट जो कल तक तुमने खाई होगी
वही ज़ख्म मेरे अन्दर तेरा निशान ढूँढ़ते हैं
तुम रंग रंग बदल सकती हो गुजरे हुए कल की तस्वीर
तुम पल पल बदल सकती हो लिखी हुई अपनी तकदीर
बस अपनी सोच के पिंजड़े से निकालो खुद को
बस इन बचे हुए हालातों में संभालो खुद को
#The_Perfect_Girl