5/20/20

Rubaroo Tujh Se Mulaqat Ki Ek Khwahish Hai,

Yu To Mere Phone Mein Teri Kayi Tasveerein Hai...!!!

5/19/20

गलती

बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,
कुछ मेरी भी होगी

खामोश रातों में आंखें तेरी भी भीगी होगी
यकीन है हमें
तू भी तड़पा होगा भीगी पलकों के साथ
बीते लम्हों की तुझे भी याद आयी होगी
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं,
कुछ मेरी भी होगी

वो रातों की कुछ शरारतें
जिस में अक्सर नींदें खो जाया करती थी
बेशक तुझे भी याद होगा
कि किस कदर तेरी मुहब्बत में अक्सर आंखें भीग जाया करती थी
बुरा नहीं है तू
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं
कुछ मेरी भी होगी

रात के आहोश में उस पल तू भी अकेले भीगा होगा
जिस पल तुझे मेरी ज़रूरत सबसे ज़्यादा होगी
बेशक गलती सिर्फ तेरी नहीं
कुछ मेरी भी होगी

–महजबीन

वो तनहा है..साथ में जो भी सच के रहता है

अरुण मित्तल ‘अद्भुत’

साथ में जो भी सच के रहता है
आज के दौर में वो तनहा है

मेरी आँखों में देख वो बोला
तेरा आँसू से कोई रिश्ता है

ख़ून में ज्वार अब नहीं उठता
जिस्म में और कुछ ही बहता है

ख़ुद को देखूँ तो किस तरह देखूँ
अक़्स भी अजनबी-सा लगता है

तुम बिछड़ जाओ ये सहूँ कैसे
मैंने दुनिया से तुमको छीना है

लोग भी सोचते हैं अब अक़्सर
क्या-क्या ‘अद्भुत’ ग़ज़ल में कहता है

एक शाम सजा कर रखी है मैंने...

एक शाम सजा कर रखी है मैंने

बेसब्री के फूलों से,

एक आह मिलन की निकल रही है

आज हमारे दिलों से।

नर्म मखमल की सेज सजाई और

पातों की सी तकिया,

फूलदान सजा बन कर बगिया

लाल सर्द गुलाबों से।

दीवाल घड़ी पर समय तुम्हारी

राह प्यार से देख रहा,

तस्वीरों ने बेसब्री बढ़ा दी ऐसे

सटकर दीवारों से।

आम्रपल्लवों से सज्जित द्वार; तैयार

तुम्हारे स्वागत को,

हुआ जा रहा मेरा सदन प्रकाशित

आनन्द के खद्योतों से।

तुम जल्दी से आना मेरे साजन;

शाम दीवानी हो रही,

स्नेह खिल रहा बन कर लाली

मेरे कोमल कपोलों से।

एक शाम सजा कर रखी है मैंने

बेसब्री के फूलों से,

एक आह मिलन की निकल रही है

आज हमारे दिलों से।

-आरती मानेकर

5/18/20

Fikr kr uski to teri fikr kre ..!
yun to duniyaa me humdard bahut hain.!!
Sab Ka Khushi Se Faasla Ek Kadam Hai,
Har Ghar Mein Bas Ek Hi Kamra Kam Hai....!!
#icchaye kbhi puri nhi hoti..

5/17/20

Wo jo kabhi Ishq me bekrar rha hoga..!
Tujhse bichadkr kitna lachar rha hoga..!!
©Tushar(insta doalfaaz)

5/14/20

Ishq💕

Tum chunn skte ho humsafar nya..
Mera to ishq hai,Mujhe iski izazat kahan..!!
              -KinshuK

5/3/20

Maa❤️

Qadmon Mein Jis Ke Jannat Ho,

Uske Sar Ka Muqaam Kya Hoga..!

5/2/20

कभी कभी मेरे दिल मैं ख्याल आता हैं

कभी कभी मेरे दिल मैं
ख्याल आता हैं
कि ज़िंदगी तेरी जुल्फों
कि नर्म छांव मैं
गुजरने पाती
तो शादाब हो भी सकती थी।

यह रंज-ओ-ग़म कि सियाही
जो दिल पे छाई हैं
तेरी नज़र कि शुआओं मैं
खो भी सकती थी।

मगर यह हो न सका और अब ये
आलम हैं
कि तू नहीं, तेरा ग़म
तेरी जुस्तजू भी नहीं।

गुज़र रही हैं कुछ इस
तरह ज़िंदगी जैसे,
इससे किसी के सहारे कि
आरझु भी नहीं.

न कोई राह, न मंजिल, न
रौशनी का सुराग
भटक रहीं है अंधेरों
मैं ज़िंदगी मेरी.

इन्ही अंधेरों मैं रह
जाऊँगा कभी खो कर
मैं जानता हूँ मेरी
हम-नफस, मगर यूंही

कभी कभी मेरे दिल मैं
ख्याल आता है.
     
      -Amitabh Bacchan

5/1/20

Akela Insaan..!


Kabhi suna hai kisi aise ke baare me jo kamjor hai. din bhar rota hai, na bahar koi use puchta hai na Ghar me....
Bachpan....
Bachpan to usne dekha hi nahi
Dost to usne banaye hi nahi Sayad darta tha wo apni kamiyo se Sayad usse koi aisa mila hi nahi Jo uski kamiya apna sake..
Koi apne marzi se akela nahi rehta, ya akela nahi rota.. waqt aur uska akelapan use akele rone par majbur Kar deta hai..
Warna aap hi Socho.
Jo Baccha school me dusre bench pe baith Kar sirf kisi ka saath dhundhta
rehta... Wo Kyu akela rehna chahega....bhala
Kyu
Pata hai Kya..
Dost sabko chahiye...unke saath hasna sabko hai..
Lekin sabko milte nahi hai dost..
Aapko pata hai Kya...dosto ki keemati kise hoti hai...jisne unhe khoye hai..ek baar nahi Do baar nahi. teen baar nahi..Baar bar..
Kabhi Dost ke Roop me, kabhi pyaar ke Roop me..kabhi yaar ke Roop me..to kabhi Behen ke Roop me.....to kbhi bhai ke roop me
Wo sirf andhere me ek Kiran..sirf ek Kiran dhundhta hai..pyaar ki .ha sayad pyaar ki...
Kya pata wo Kiran Mil bhi jaye...sab thik ho bhi jaaye.. lekin kab Tak
Kabhi socha hai..kitna pyaar karta hoga wo aapse Kyu...kyuki isiliye nahi ki wo aapko pana chahta hai. isliye kyuki usne khoya hai..har baar... baar baar. Kadar karta hai wo aapki.
Dar.
Dar to Hamesha rahega uske Dil me kyuki usne aapke pehle bhi.. khoya
hai..
Kya pata ye sayad akhiri baar usne Dil lagaya ho....sayad aap uski aakhiri manzil ho sayad
.. Unka dar lazmi hai aapko lekar. Kyuki sayad aapse kuch umeede lagayi hai unhone..

#copied